उन धवल श्वेत से वस्त्रों में वह ईश्वर की जीवित मूर्ति नजर आते हैं।। उन धवल श्वेत से वस्त्रों में वह ईश्वर की जीवित मूर्ति नजर आते हैं।।
आजा फिर से घर घर खेलें गुड्डे गुड्डी का ब्याह रचाएं। आजा फिर से घर घर खेलें गुड्डे गुड्डी का ब्याह रचाएं।
अंधेरे बंद कमरों में उतर आती हैं परछाइयां, दीवारों से रेंगती हुई। अंधेरे बंद कमरों में उतर आती हैं परछाइयां, दीवारों से रेंगती हुई।
भूख अजब है बीमारी, लगकर विवेक खा जाती है। उल्टे सीधे सारे जग के, कामो को वह करवाती भूख अजब है बीमारी, लगकर विवेक खा जाती है। उल्टे सीधे सारे जग के, कामो ...
मैं यह करुं वो करुं, ऐसे रहूं या वैसे रहूं। मैं यह करुं वो करुं, ऐसे रहूं या वैसे रहूं।
प्यार में बंधे बेनाम बाशिंदे चलते-फिरते इल्ज़ाम सहते, ताने सहते। प्यार में बंधे बेनाम बाशिंदे चलते-फिरते इल्ज़ाम सहते, ताने सहते।